CPI(M) protest in Hamirpur: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) ने हमीरपुर में बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी, बिजली, पानी, शिक्षा, और स्वास्थ्य सेवाओं के निजीकरण के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने गांधी चौक से डीसी ऑफिस तक रैली निकालने के बाद धरना दिया। राज्य सचिवालय के सदस्य डॉ. कश्मीर सिंह ठाकुर ने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि महंगाई ने लोगों की रसोई का बजट बिगाड़ दिया है। आवश्यक वस्तुओं की कीमतें आसमान छू रही हैं, और आम आदमी की पहुंच से बाहर हो रही हैं।
डॉ. ठाकुर ने कहा कि किसानों को उनके उत्पाद का उचित दाम नहीं मिल रहा, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति खराब होती जा रही है। हर 20 मिनट में एक किसान आत्महत्या करने को मजबूर है। खाद्य उत्पादों पर बड़े कॉरपोरेट कंपनियों का नियंत्रण है, जो मनमानी कीमतें वसूल रही हैं। उन्होंने बाबा रामदेव और अडानी ग्रुप के खिलाफ भी आरोप लगाते हुए कहा कि ये कंपनियां सरसों के तेल जैसे उत्पादों में जनता को लूट रही हैं।
बेरोजगारी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि सरकार की नीतियां रोजगार खत्म करने का काम कर रही हैं। बिजली और पानी जैसी सेवाओं के निजीकरण से आम जनता की आर्थिक स्थिति और बिगड़ रही है। डॉ. ठाकुर ने बताया कि मोदी सरकार ने पिछले दस सालों में 17 लाख करोड़ रुपये का कॉरपोरेट कर्ज माफ किया, जबकि जनता पर भारी टैक्स लगाकर उसे लूटा जा रहा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि प्राकृतिक और सार्वजनिक संसाधनों को निजी कंपनियों को सौंपा जा रहा है, जिससे आम जनता को नुकसान हो रहा है। साथ ही धर्म के नाम पर लोगों को बांटने की राजनीति देश की एकता और अखंडता के लिए खतरनाक बन चुकी है।